विजयनाथधाम मंदिर
कौमी एकता की मिसाल है विजयनाथधाम मंदिर
जिले के धार्मिक पर्यटनों में से एक बरही का विजयनाथधाम कौमी एकता की मिसाल है। यहां पर मंदिर से लगी 17 एकड़ भूमि है। बरही के ही एक मुस्लिम परिवार ने मंदिर को भूमि दान में दी थी। लगभग 120 वर्ष पुराने इस स्थान को लेकर अलग-अलग किवदंती हैं। बताते हैं कि मंदिर को अंग्रेजी शासन काल में बरही में पदस्थ थानेदार दुर्गा प्रसाद पांडेय ने बनवाया है। बताया जाता है कि उन्हें भगवान भोलेनाथ ने स्वप्न में दर्शन देकर मंदिर स्थल के पास जमीन पर दबे होने की जानकारी दी थी। थानेदार पांडेय ने स्थानीय जनों की मदद से स्थल पर खुदाई कराई तो मंदिर से दूरी पर नाले के पास लगे पेड़ के नीचे जलहरी के साथ शिवलिंग प्रकट हुआ। जिसके बाद शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा कराई गई। मंदिर के लिए बरही निवासी मो. इलाही बख्श ने अपनी 17 एकड़ भूमि दान में दी थी। लोगों का कहना है कि जमीन से निकला शिवलिंग छोटा था, लेकिन उसका आकार हर साल बढ़ता जा रहा है। विजयनाथ धाम मंदिर में हर सोमवार को भगवान का विशेष शृंगार आरती होती है। महाशिवरात्रि पर शिव बारात निकाली जाती है।