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मुहांस का संकटमोचन मंदिर

श्रेणी ऐतिहासिक, धार्मिक

आस्था और विश्वास का प्रतीक मुहांस का संकटमोचन मंदिर
धार्मिक पर्यटन के साथ वर्षों से लोगों की आस्था और विश्वास का प्रतीक है जिले की रीठी तहसील का संकटमोचन हनुमान मंदिर मुहांस। जिला मुख्यालय से 35 किमी. दूर कटनी-दमोह मार्ग पर स्थित संकटमोचन मंदिर लगभग 40 वर्ष से लोगों के विश्वास का प्रतीक है। लोग यहां पर पूरे देशभर से आते हैं। यहां को लेकर मान्यता है कि मंदिर में मिलने वाली बूटी से टूटी हुई हड्डियां जुड़ जाती हैं। भले ही विज्ञान इसे न मानता हो लेकिन यहां आने वाले लोग वर्षों से इस बात को मानते आ रहे हैं। मुहांस मंदिर के निर्माण की आधारशिला गांववालों के सहयोग से वर्ष 1984 में रखी गई थी और जुलाई 1986 में मंदिर का निर्माण पूरा हुआ। उसके बाद मंदिर परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए धर्मशाला सहित अन्य सुविधाओं का विस्तार किया गया। इससे पहले छोटे से मंदिर व खेत से पंडा आधारी लाल पटेल आने वाले लोगों को बूटी देते थे। उनकी मृत्यु के बाद उनके बेटे सरमन पटेल ये सेवा कर रहे हैं।

फोटो गैलरी

  • मुंहास का संकटमोचन मंदिर
  • मुंहास का संकटमोचन मंदिर
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