मां जालपा
पबलिश्ड ऑन: 28/09/2021बांस के जंगल से प्रकट हुई थीं मां जालपा वर्षों से लोगों की आस्था का केन्द्र है शहर के बीचों बीच बना मां जालपा देवी का मंदिर। जहां पर प्रदेश भर से लोग अपनी मनोकामना को लेकर परिवार सहित पहुंचते हैं। बताया जाता है कि माई की प्रतिमा जहां प्रकट हुई थी बहुत पहले वहां […]
औरविजयनाथधाम मंदिर
पबलिश्ड ऑन: 28/09/2021कौमी एकता की मिसाल है विजयनाथधाम मंदिर जिले के धार्मिक पर्यटनों में से एक बरही का विजयनाथधाम कौमी एकता की मिसाल है। यहां पर मंदिर से लगी 17 एकड़ भूमि है। बरही के ही एक मुस्लिम परिवार ने मंदिर को भूमि दान में दी थी। लगभग 120 वर्ष पुराने इस स्थान को लेकर अलग-अलग किवदंती […]
औरबांधा इमलाज मंदिर
पबलिश्ड ऑन: 28/09/2021शानदार नक्काशी का नमूना बांधा इमलाज मंदिर – शानदार नक्काशी और पुरातन कलाकृति का नमूना जिले की रीठी तहसील का बांधा इमलाज राधा कृष्ण मंदिर लोगों की आस्था का केन्द्र है। लगभग 85 वर्ष पुराने मंदिर की नींव से लेकर गुम्बद तक के निर्माण में मात्र 15 हजार रुपए और 11 साल तक मालगुजारी में […]
औरसांवले गणेश
पबलिश्ड ऑन: 28/09/2021पचमठा धाम के सांवले गणेश – जिले के ऐतिहासिक नगर विजयराघवगढ़ के पचमठा धाम में विराजे सांवले गणेश की प्रतिमा अपने आप में अनूठी है। काले पत्थर पर बनी प्रतिमा के दर्शनों को लोग दूर-दूर से आते हैं। गणेशजी की यह अद्भुत प्रतिमा विजयराघवगढ़ रियासत में वर्ष 1826 में स्थापित कराई गई थी। विजयराघवगढ़ के […]
औरकुंसरी की काली माता
पबलिश्ड ऑन: 28/09/2021ढीमरखेड़ा तहसील मुख्यालय से 23 किमी. दूर स्थित कुंसरी गांव में हिरण नदी के किनारे स्थापित काली माता का मंदिर वर्षों से लोगों की आस्था का केन्द्र है। लोगों का मानना है कि यह स्थान कोलकाता के काली मंदिर से जुड़ा हुआ है। यहां को लेकर मान्यता यह है कि गांव के बंशीलाल बागरी कभी […]
औरमहादेवी माता की मढ़िया
पबलिश्ड ऑन: 28/09/2021ब्रिटिश शासनकाल में बनी थी महादेवी माता की मढ़िया – ढीमरखेड़ा तहसील के दशरमन गांव में मां महादेवी का स्थान है। यहां पर माता को लोग शिला के रूप में पूजते हैं। लगभग 25 फीट ऊंची शिला को लेकर लोगों की मान्यता है, इसका कद हर साल बढ़ता जाता है। पहले यहां पर शिला मात्र […]
औरमां शारदा देवी मंदिर
पबलिश्ड ऑन: 28/09/2021मां शारदा देवी मंदिर विजयराघवगढ़ – मां शारदा माता मैहर का जितना महत्व है, उतना ही महत्व जिले के विजयराघवगढ़ में विराजी मां शारदा का है। विजयराघवगढ़ में विराजी माता को मैहर माता की बड़ी बहन कहा जाता है। बताया जाता है कि मां शारदा राजा प्रयागदास के साथ कटनी जिले के विजयराघवगढ़ नगर वर्ष […]
औरएकांत वन
पबलिश्ड ऑन: 28/09/2021शांति चाहिए तो आइए एकांत वन – शहर के वातावरण से दूर हरी भरी वादियां और शांति के साथ कुछ पल बिताने का मन हो तो आप झिंझरी स्थित वन विभाग के एकांत वन आ सकते हैं। घने पेड़ों के बीच यहां का शांत वातावरण लोगों को आकर्षित करता है। विभिन्न प्रजातियों के ऊंचे-ऊंचे वृक्षों […]
औरजागृति पार्क
पबलिश्ड ऑन: 28/09/202160 एकड़ में फैला है माधवनगर का जागृति पार्क – शहर के माधवनगर में कटनी पर्यावरण संधारण समिति द्वारा संचालित जागृति पार्क को ऑक्सीजन टैंक कहा जाता है। 60 एकड़ में फैले जागृति पार्क की आधारशिला शहर के चिकित्सक स्वर्गीय श्री संजय निगम ने रखी थी। वर्ष 2009 में पार्क की स्थापना हुई और वर्तमान […]
औरसुरम्य पार्क
पबलिश्ड ऑन: 28/09/2021सुरम्य वादियों में बना है सुरम्य पार्क – नगर निगम ने भी शहरवासियों के मनोरंजन को लेकर कटायेघाट के पास सुरम्य पार्क का निर्माण कराया है। 30 वर्ष से अधिक पुराने सुरम्य पार्क में बच्चों के खेलने के लिए अलग-अलग झूले व अन्य साधन उपलब्ध हैं तो वोटिंग के साथ ही पार्क भ्रमण के लिए […]
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